बालको की महिला कर्मचारियों ने लिखी आत्मनिर्भर की गाथा
बालकोनगर : वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) महिला कर्मचारियों के योगदान और उपलब्धियों का सम्मान करता। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2024 थीम “निवेश महिलाओं में: प्रगति को तेज करें” के सपने को साकार करते हुए महिला कर्मचारियों ने अपने कौशल के माध्यम से बालको के उत्तरोत्तर प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में जहां महिलाओं का प्रतिनिधित्व कम है वहां बालको की ये महिलाएं इस अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बनकर उभरी हैं।
बालको में कार्यरत स्नातक प्रशिक्षु हिमांशी गुप्ता पॉटलाइन फ़ंक्शन में कार्य करती हैं, जो कंपनी के ऑपरेशन क्षेत्र में काम करने वाली कई महिला पेशेवरों में से एक हैं। ऑपरेशन क्षेत्र पुरुषों के लिए उपयुक्त है इस धारणा को पीछे छोड़ती हिमांशी ने संगठन को मजबूत किया है। कई युवा लड़कियां और उनके माता-पिता मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में करियर बनाने, शिक्षा और नौकरी की संभावनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करने में उत्सुकता व्यक्त करते हैं क्योंकि मैं उत्साहपूर्वक काम के प्रति अपने जुनून को साझा करती हूं।
बालको में मटेरियल्स इंजीनियर प्रीति शिखा नंदा ने धातुविज्ञान, अनुसंधान एवं विकास और उत्पाद गुणवत्ता में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि उत्पाद गुणवत्ता मूल्यांकन हमारे उत्पादों में उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करने के साथ ही कास्टहाउस के संचालन प्रक्रियाओं के मानक में समय पर सुधार भी करते हैं। सामग्री के लिए मेरा जुनून लगातार इस भूमिका में मेरे उत्साह को बढ़ावा देता है, जहां हम सूक्ष्म परीक्षणों के माध्यम से एल्यूमीनियम इंगट्स और वायर रॉड जैसे उत्पादों की सावधानीपूर्वक जांच करते हैं।
बालको की चोटिया माइंस में कार्यरत खनन इंजीनियर तपस्विनी प्रियदर्शनी ने कहा कि ओपन माइंस में कार्य करते मुझे काफी खुशी मिलती है। सुचारू लॉजिस्टिक्स सुनिश्चित करना और टर्नअराउंड समय की निगरानी करना मेरी जिम्मेदारियों के महत्वपूर्ण पहलू हैं। मैंने कंपनी में अपने जैसी महिलाओं के लिए एक सहायक और सशक्त कार्य संस्कृति को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का अनुभव किया है। ऐसी कंपनी का हिस्सा बनना प्रेरणादायक है जो विविधता के महत्व सर्वोपरी रखता है और पारंपरिक रूप से पुरुष-प्रधान क्षेत्रों में महिलाओं के लिए अवसर पैदा करने को प्राथमिकता दी है।
अंजलि पवार भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) में क्वालिटी एश्योरेंस डिपार्टमेंट की हेड के रूप में कार्यरत हैं। अपना अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले पंद्रह वर्षों में मैंने वैश्विक बेंचमार्क हासिल करने के लिए हमारी प्रक्रियाओं और मानकों की प्रगति को साक्षी रही हूँ। उत्पाद के गुणवत्ता मानकों को बनाए रखने के साथ-साथ इसमें उत्कृष्टता और ग्राहक संतुष्टि की संस्कृति को बढ़ावा देना शामिल है। इस यात्रा का नेतृत्व करना मेरे लिए अविश्वसनीय रहा है। बालको प्रबंधन द्वारा मेरे कार्यों को मिली सराहना ने आत्मविश्वास बढ़ाने का काम किया। शैक्षणिक ज्ञान मेरे कार्य क्षेत्र में काफी सहायक रहा जिसने मेरे प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
बालको में हेड-प्रोजेक्ट मैंनेजमेंट ऑफिसर के पद पर कार्यरत सुनीला एमवीएस बालको की विस्तार परियोजना की जिम्मेदारियों के साथ इंजीनियरों की एक टीम का मार्गदर्शन भी करती हैं जो उनके सहयोगी के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री के किसी भी स्तर पर महिला पेशेवरों को इंडस्ट्री में और अधिक महिलाओं को शामिल करने की वकालत करने की बात करता है। उद्योग भी तेजी से कौशल-उन्मुख होता जा रहा है जो टेक्नोलॉजी एकीकरण में सभी पेशेवरों के लिए समान अवसर प्रदान करता है।’
बालको सक्रिय रूप से महिलाओं को अवसर, विभिन्न कौशल और समर्थन के साथ सशक्त बना रहा है जो यह सुनिश्चित करता है कि वे बाधाओं को पीछे छोड़ महिलाओं के लिए प्रेरणा बनकर उभरें। वेदांता के दृष्टिकोण के अनुरूप, कंपनी ने महिलाओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य और कल्याण और उनके विकास के लिए उपयुक्त वातावरण को बढ़ावा देने और कौशल वृद्धि सुनिश्चित करने हेतु विभिन्न पहल लागू की हैं।